रूस भारत को दूसरी एटमी पनडुब्बी किराए पर देगा
गोआ में भारत ने रूस से पनडुब्बी किराए पर लेने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया
रूसी समाचार पत्र ’वेदामस्ती’ द्वारा प्रकाशित एक सूचना के अनुसार, रूसी रक्षा उद्योग के एक सूत्र ने जानकारी दी है कि गोआ में हुई रूस-भारतीय शिखर-वार्ता के दौरान दो देशों ने भारत को परियोजना 971 की एक रूसी परमाणविक पनडुब्बी पट्टे पर देने के बारे में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के आधार पर भारतीय नौसेना को रूस की नौसेना में काम कर रही पनडुब्बियों में से एक पनडुब्बी दे दी जाएगी। लेकिन भारत को यह पनडुब्बी सौंपने से पहले उसकी मरम्मत और उसका आधुनिकीकरण किया जाएगा।
भारत रूस के सहयोग से युद्धपोत-निर्माण कारख़ाना बनाएगा
’वेदामस्ती’ ने किसी तयशुदा पनडुब्बी का नाम नहीं बताया है। लेकिन ’लेन्ता डॉट रू’ समाचार-पोर्टल का कहना है कि भारत को उन पनडुब्बियों में से एक पनडुब्बी दे दी जाएगी, जिनकी आजकल स्विराद्विन्स्क स्थित ’ज़्व्योज़दच्का’ पनडुब्बी निर्माण कारख़ाने में मरम्मत की जा रही है। जबकि पहले मीडिया में यह चर्चा हो रही थी कि भारत को के-322 ’कशलोत’ नामक वह एटमी पनडुब्बी दि जा सकती है, जिसकी ’कमसामोल्स्क ना अमूरे’ शहर में बने पनडुब्बी कारख़ाने में मरम्मत की जा रही है।
सन् 2012 में भारतीय नौसेना ने ’कमसामोल्स्क ना अमूरे’ शहर के पनडुब्बी कारख़ाने में बनाई गई परियोजना 971 की पहली पनडुब्बी के-152 ’नेरपा’ को रूस से किराए पर लिया था, जिसका परियोजना-971आई के आधार पर आधुनिकीकरण किया गया था। भारत ने इस पनडुब्बी को ’चक्र’ नाम देकर भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया था। इससे पहले भी भारतीय नौसेना के पास परियोजना 670 की ’चक्र’ नामक एक पनडुब्बी थी, जो भारत ने 1988 से 1991 तक सोवियत संघ से किराए पर ले रखी थी।
रूस के राष्ट्रपति व्लदीमिर पूतिन और भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की मुलाक़ात के दौरान आपसी सैन्य-तकनीकी सहयोग के बारे में जिन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, उन्हीं में से एक समझौता भारत द्वारा रूस से दूसरी परमाणु पनडुब्बी को किराए पर लेने के बारे में है। इन समझौतों में अन्य समझौते भारत को वायु सुरक्षा मिसाइल प्रणाली एस-400 ’त्रिऊम्फ़’ की सप्लाई, भारत और रूस में परियोजना 11356 के फ़्रिगेट युद्धपोतों के सँयुक्त रूप से निर्माण और कामोव केए-226टी हैलिकॉप्टरों के सँयुक्त उत्पादन के लिए भारत में की जाने वाली तैयारी से सम्बन्ध रखते हैं।
पहली बार लेन्ता रू में प्रकाशित।
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