हमारे बारे में
2007 में रस्सीस्कया गज़ेता ने रूस के बारे में यह अन्तरराष्ट्रीय मल्टीमीडिया परियोजना ’आरबीटीएच’ शुरू की थी। आरबीटीएच यानी ’रूस-भारत संवाद’ नामक हमारी यह वेबसाइट रूस की राजनीति, संस्कृति, व्यवसाय, विज्ञान और रूस के जनजीवन जैसे विभिन्न मुद्दों पर समाचार, राय, विश्लेषण और टिप्पणियाँ प्रस्तुत करती है।
’आरबीटीएच’ के मुद्रित परिशिष्टों और वेब संस्करणों पर रूस तथा अन्य देशों से जुड़े समकालीन विषयों के ऊपर लेख प्रकाशित किए जाते हैं, जिन्हें रूस और अन्य देशों के पेशेवर और स्वतन्त्र पत्रकार लिखते हैं।
’आरबीटीएच’ का लक्ष्य है — दुनिया भर में लोगों के बीच, चाहे वे सामान्य नागरिक हों या सरकारी अधिकारी, विशेषज्ञ हों या उद्यमी, रूस को लेकर बेहतर समझ बनाने का प्रयास करना। इस लक्ष्य को पाने के लिए, आरबीटीएच (यानी हिन्दी में ’रूस-भारत संवाद’) निस्तेज समाचारों में ही न फँसकर अभिनव तरीके से समाचारों का विश्लेषण करता है ताकि पाठक उस समाचार को आसानी से समझ सकें, उसकी तह तक जा सकें और उसमें रस ले सकें।
’आरबीटीएच’ प्रमुख अन्तरराष्ट्रीय समाचार-पत्रों को पढ़ने वाले शिक्षित, सम्पन्न और सामाजिक रूप से सक्रिय लोगों को अपने सम्भावित पाठक वर्ग के रूप में देखता है।
’आरबीटीएच’ की सम्पादकीय नीति गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता, सन्तुलन व निष्पक्षता, पाठक वर्ग के लिए प्रासंगिकता और सबके प्रतिनिधित्व के सिद्धान्तों का अनुसरण करती है। ’आरबीटीएच’ के साथ काम करने वाले सभी विदेशी सम्पादक अपनी-अपनी भाषाओं को मूल रूप से बोलने वाले लोग हैं। वे इस बात का ध्यान रखते हैं कि प्रकाशित सामग्री में पत्रकारिता के मानकों, सम्पादन नीति और जिस देश के लिए सामग्री प्रकाशित की जा रही है, उसकी परम्पराओं के अनुरूप उचित बदलाव किए जाएँ।
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