यूरेशियाई आर्थिक संघ के साथ भारत मुक्त व्यापार के सवाल पर वार्ता के लिए तैयार
रूसी समाचार समिति स्पूतनिक से बात करते हुए रूस में भारत के राजदूत पंकज सरन ने कहा कि भारत यूरेशियाई आर्थिक संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौता करने के सवाल पर वार्ता करने के लिए तैयार है और यह प्रतीक्षा कर रहा है कि यूरेशियाई आर्थिक संघ भारत के साथ वार्ता शुरू करे।
पंकज सरन ने कहा — जहाँ तक भारत की बात है तो हम बातचीत शुरू करने के लिए तैयार हैं। अब हमें यूरेशियाईआर्थिक संघ के फ़ैसले का इन्तज़ार है। एक बार हमारे बीच आपसी बातचीत शुरू हो जाएगी और भारत व यूरेशियाई आर्थिक संघ के बीच व्यापार होने लगेगा तो वह हमारे एकीकरण की तरफ़ बढ़ाया गया पहला क़दम होगा। पंकज सरन ने कहा कि दोनों पक्षों के लिए फ़ायदेमन्द इस समझौते को करने में कोई बाधा नहीं है।
पंकज सरन ने कहा — मुझे इसमें कोई बाधा दिखाई नहीं दे रही है। यहाँ मुख्य सवाल यही है कि भारत और यूरेशियाई आर्थिक संघ के बीच इस मुक्त व्यापार समझौते से दोनों पक्षों को लाभ होगा या नहीं। शुरू से हमें यही लग रहा है कि यह समझौता दोनों के लिए फ़ायदेमन्द होगा।
उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में मिलकर किए गए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि यह समझौता दोनों पक्षों के बीच आपसी व्यापार को काफ़ी बेहतर कर देगा। अगर सचमुच यही निष्कर्ष निकला है तो हमारे बीच बातचीत और आसान हो जाएगी।
सन् 2015 में भारत और यूरेशियाई आर्थिक संघ ने एक सँयुक्त कार्यकारी दल की स्थापना की थी, जिसे मुक्त व्यापार समझौते की सम्भावनाओं का पता लगाना था। इस सँयुक्त कार्यकारी दल ने कुछ महीने पहले अपनी रिपोर्ट दे दी है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दो पक्षों के बीच मुक्त व्यापार समझौता होने से दोनों के बीच व्यापार बड़ी तेज़ी से बढ़ेगा। रूस में भारत के राजदूत ने बताया कि यह रिपोर्ट सम्बन्धित अधिकारियों के सामने विचार के लिए रख दी गई है।
यूरेशियाई आर्थिक संघ में रूस, किर्गिज़िस्तान, कज़ाख़स्तान, बेलारूस और अरमेनिया शामिल हैं।