रूस के क्रीमिया विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए आइए
विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय का गठन हालाँकि अभी हाल ही में 2014 में ही किया गया है, लेकिन उसका इतिहास क़रीब 100 साल पुराना है। क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय को अपने प्राध्यापकों और अपने छात्रों पर बड़ा गर्व है। सोवियत परमाणु ऊर्जा संस्थान के संस्थापक अकादमीशियन ईगर कुरचातफ़ और सोवियत विज्ञान अकादमी के उम्मीदवार सदस्य तथा विश्व-प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री किरील श्योलकिन ने भी क्रीमिया में ही उच्च शिक्षा प्राप्त की थी। भौतिकशास्त्र में नोबल पुरस्कार विजेता ईगर ताम्म और इल्या फ़्रान्क भी क्रीमिया में ही पढ़ाते थे। आज भी प्रसिद्ध रूसी भौतिकशास्त्री, नोबल पुरस्कार विजेता झोरेस अल्फ़ेरफ़ विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर हैं। क्रीमिया विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसरों को हर साल दुनिया भर के विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए और लैक्चर देने के लिए बुलाया जाता है। इस विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और प्रोफ़ेसर दुनिया में होने वाले अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लेते हैं। उसी समय तुर्की, जर्मनी, चीन, लिथुआनिया, उक्रईना और बेलारूस से आकर विभिन्न विषयों के प्रोफ़ेसर क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं।
रूस में मेडिकल की शिक्षा कैसी है?
विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय रूस का ऐसा दसवाँ विश्वविद्यालय है, जिसे रूस में केन्द्रीय विश्वविद्यालय होने का दर्जा दिया गया है। क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में 9 अकादेमियाँ और संस्थान, 6 कालेज, 4 वैज्ञानिक संगठन शामिल हैं और क्रीमिया विश्वविद्यालय की 12 शाखाएँ दुनिया के विभिन्न देशों और रूस के विभिन्न इलाकों में काम कर रही हैं। इनमें तवरीदा राष्ट्रीय अकादमी, स० ई० गिओर्गिएवस्की मेडिकल अकादमी, जैवसंसाधन और प्राकृतिक संसाधन अकादमी, भवन निर्माण और वास्तुकला अकादमी, मानविकी अध्यापन अकादमी और संचालन व आर्थिक संस्थान सबसे बड़े संस्थान हैं। क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में 36 हज़ार छात्र पढ़ते हैं, जिनमें से 3 हज़ार छात्र दुनिया के विभिन्न देशों से उच्च शिक्षा पाने के लिए क्रीमिया आए हैं। आजकल क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में कुल 51 देशों के छात्र शिक्षा पा रहे हैं, जिनमें 804 छात्र भारत के भी हैं।
रूस के दस केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्रों की संख्या की दृष्टि से क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय चौथे नम्बर पर आता है। विदेशों में क्रीमिया विश्वविद्यालय की इतनी भारी लोकप्रियता का कारण यहाँ दी जाने वाली शिक्षा का स्तर है। क्रीमिया विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और प्रोफ़ेसर बेहद अनुभवी हैं और वे छात्रों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर की उच्च शिक्षा देते हैं। क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों का पहला दल 1961 में पढ़ने के लिए आया था। बीते पचपन वर्षों में पचासियों देशों के कुल 34 हज़ार छात्रों ने क्रीमिया में उच्च शिक्षा प्राप्त की है।
क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय के अन्तरराष्ट्रीय विभाग के प्रमुख अलिक्सान्दर माशिन्का ने बताया – विगत नवम्बर में जोर्डन में रूसी और सोवियत विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाले पूर्व छात्रों के अखिल अरब संगठन ने एक सम्मेलन का आयोजन किया था, जिसमें विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमण्डल ने भी हिस्सा लिया था। सिर्फ़ पश्चिमी एशिया में ही ऐसे क़रीब पन्द्रह लाख लोग रहते हैं, जो रूसी और सोवियत विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे छात्र भी हैं, जिन्होंने क्रीमिया में शिक्षा पाई है। वे सभी छात्र बड़ी आत्मीयता और हार्दिकता के साथ उन वर्षों को याद करते हैं, जब उन्होंने रूस में शिक्षा पाई थी और वे अपने अच्छे करियर और पेशेवर गुणों के लिए रूस के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। रूस में प्राप्त उच्च शिक्षा की बदौलत ही आज वे अपने-अपने क्षेत्र में उच्चस्तरीय विशेषज्ञ माने जाते हैं।
वास्तव में क्रीमिया विश्वविद्यालय अपने छात्रों को पेशेवर शिक्षा पाने और पेशेवर ऊँचाइयों को छूने के लिए हर तरह की सुविधाएँ और माहौल उपलब्ध कराता है। विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय में 38 विषयों की स्नातकोत्तर स्तर की पेशेवर उच्च शिक्षा दी जाती है। क्रीमिया विश्वविद्यालय में 89 विषयों में स्नातक की उपाधि प्राप्त की जा सकती है और 72 विषयों में स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा दी जाती है। 8 विषय ऐसे हैं, जिनमें छात्रों को विशेषज्ञ होने की उपाधि दी जाती है। क्रीमिया विश्वविद्यालय में 30 विषयों में पीएच०डी० की जा सकती है और 32 विषयों में विशेषज्ञ होने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया जा सकता है।
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क्रीमिया विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक शोध और अनुसन्धान के काम को भी बड़ा महत्व दिया जाता है और बड़ी सक्रियता के साथ अनुसन्धान किए जाते हैं। विश्वविद्यालय के अन्तर्गत 23 वैज्ञानिक शोध केन्द्र सक्रिय हैं, जिनकी उपलब्धियों पर न सिर्फ़ रूस में बल्कि दुनिया भर में गर्व किया जाता है। क्रीमिया विश्वविद्यालय में भैतिकी चुम्बकीय घटनाओं, भौतिकी-अकार्बनिक रसायन विज्ञान, सातत्य यान्त्रिकी, चुम्बकीय परिचालन के तरीकों आदि वैज्ञानिक विषयों पर किए गए अनुसन्धानों को पूरी दुनिया में स्वीकृति मिल चुकी है।
विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय की एस० ई० गिओर्गिएवस्की मेडिकल अकादेमी भारतीय छात्रों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इसका कारण यह भी है कि चिकित्सक का पेशा सारी दुनिया में बड़ा प्रतिष्ठित पेशा माना जाता है। विदेशों से क्रीमिया पढ़ने के लिए आने वाला हर दूसरा छात्र गिओर्गिएवस्की मेडिकल अकादेमी का छात्र है। इस बात को ध्यान में रखकर क्रीमिया विश्वविद्यालय में प्रायोगिक फिजियोलॉजी और बायोफिज़िक्स केन्द्रों की स्थापना की गई है, जिनमें मानव शरीर की सुचारु कार्यक्षमता का मूल्यांकन करने वाली प्रयोगशाला, साइको-फ़िजियोलॉजी प्रयोगशाला, न्यूरोकैमिस्ट्री प्रयोगशाला आदि विभिन्न प्रयोगशालाएँ बनी हुई हैं। यहाँ सक्रिय चिकित्सा विज्ञान केन्द्र तथा चिकित्सा प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग केन्द्र भावी डॉक्टरों को चिकित्सा विज्ञान की अभिनव उपलब्धियों से परिचित कराते हैं। इसके लिए भावी डॉक्टर मानव-शरीर के विभिन्न कृत्रिम अंगों-प्रत्यंगों और कम्प्यूटर पर आभासी अंगों-प्रत्यंगों का उपयोग करके प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। छात्रों के सामने किसी रोगी को होने वाली विभिन्न बीमारियों का असली चित्र होता है और उन्हें इन कृत्रिम अंगों-प्रत्यंगों की सहायता से उस रोग का इलाज करना होता है। इस तरह कृत्रिम अंगों की सहायता से इलाज करते हुए ये छात्र किसी मरीज़ को कोई नुक़सान नहीं पहुँचाते। और छात्र कितनी भी बार कितनी ही तरह के प्रयोग इन कृत्रिम शरीरों और कृत्रिम मरीज़ों पर कर सकते हैं। इस तरह छात्र क्रीमिया विश्वविद्यालय में पेशेवर उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं। विदेशी छात्रों को अपने यहाँ आकर्षित करने के लिए क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय ने अपने यहाँ शिक्षा प्राप्त करने की फ़ीस भी अन्य विश्वविद्यालयों के मुक़ाबले कम रखी है।
क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय के विदेश विभाग और सूचना विभाग के उपकुलपति सिर्गेय युरचेन्का ने कहा – विदेशों में डॉक्टरी का पेशा अच्छी आय वाला पेशा माना जाता है। बहुत से देशों में तो चिकित्सक का पेशा सामाजिक प्रतिष्ठा और सामाजिक स्तर को ऊपर उठाने वाला पेशा भी माना जाता है। इसलिए विदेशों में मेडिकल शिक्षा बहुत महंगी होती है। हमारे यहाँ ऐसा नहीं है। हमारे यहाँ मेडिकल की शिक्षा सामान्य आय वर्ग के छात्रों के अनुकूल है और फ़ीस दूसरे देशों से, ख़ासकर यूरोप से और पश्चिमी देशों से काफ़ी कम है।
तवरीदा राष्ट्रीय अकादमी में जीव विज्ञान, रसायन, भूगोल, इतिहास, गणित, सूचना तक्नोलौजी और मनोविज्ञान की उच्च शिक्षा दी जाती है। यहाँ स्लाव भाषा विभाग, रोमन-जर्मन भाषा विभाग और पूर्वी देशों यानी एशियाई भाषाओं के विभाग भी हैं। यहाँ आप दर्शन, वकालत, सूचना-प्रकाशन तक्नोलौजी जैसे विषयों की भी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। भवन निर्माण और वास्तुकला अकादेमी में निर्माण उद्योग, नगर-निर्माण उद्योग, ऊर्जा, जल-आपूर्ति और जन-सुविधाओं से सम्बन्धित शिक्षा दी जाती है।
जैवसंसाधन और प्राकृतिक संसाधन अकादेमी में कृषि विशेषज्ञों, पशु चिकित्सकों, भूमि प्रबन्धन, वन और वानिकी प्रबन्धन, भूमि-सज्जा वास्तुकला, मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी और कृषि फ़सलों के प्रबन्धन से जुड़े विशेषज्ञ तैयार किए जाते हैं। विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालयकी शाखाएँ विदेशों में भी हैं। मोरक्को में फ़ुन्ती शिक्षा संस्थान के सहयोग से क्रीमिया विश्वविद्यालय की शाखा काम कर रही है और भारत में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय विरनाद्स्की क्रीमियाई संघीय विश्वविद्यालय का सहयोगी है।
क्रीमिया के बारे में पाँच सवाल