तुर्की में रूस के राजदूत की हत्या
19 दिसम्बर की शाम को तुर्की में रूस के राजदूत अन्द्रेय कारलफ़ अंकारा नगर की समकालीन कला दीर्घा में ’तुर्कियों की नज़र से रूस’ नामक एक पेंटिंग प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए भाषण दे रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अन्द्रेय कारलफ़ का भाषण जब ख़त्म होने वाला था, तो सुरक्षाकर्मी की तरह दिखने वाला एक व्यक्ति वहाँ पहुँचा और उसने अपने रिवाल्वर से अन्द्रेय कारलफ़ की पीठ पर गोलिय़ाँ चला दीं। अन्द्रेय कारलफ़ बुरी तरह से घायल हो गए और अत्यधिक ख़ून बहने के कारण घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई।
रूसी रेडियो ’कमेरसान्त एफ़एम’ को तुर्की के एक पत्रकार अब्दुररहमान क़रीम ओग्लू बताया — गोली चलाने के बाद हमलावर सीरिया और हैलाब (अलेप्पो) के बारे में नारे लगाने लगा। क़रीम ओग्लू ने बताया कि हमलावर एक पुलिस कर्मचारी के रूप में कला दीर्घा में घुसा था। बाद में तुर्की के टीवी चैनल एनटीवी ने जानकारी दी कि हमलावर को पुलिस ने घटनास्थल पर ही मार गिराया। तुर्की के टीवी चैनल हबेरतुर्क द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 1994 में पैदा हुए इस हत्यारे का नाम मेवर्यूत मेर्त अलतीनताश था, जिसने सन् 2014 में तुर्की के इज़्मीर नगर में पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण पूरा किया था।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रूस के विदेश मन्त्रालय की प्रवक्ता मरीया ज़ख़ारवा ने कहा कि यह हमला और यह हत्या एक आतंकवादी घटना है। 19 दिसम्बर का दिन रूस की कूटनीति के इतिहास का एक त्रासद दिन बन गया है। मरीया ज़ख़ारवा ने कहा — आतंकवाद कभी सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि रूस आतंकवाद के ख़िलाफ़ अपनी लड़ाई आगे भी जारी रखेगा।
रूसी राजनयिक की हत्या की निन्दा करने वाले देशों में अमरीका आगे-आगे रहा। अमरीकी विदेश मन्त्रालय के प्रवक्ता जॉन केरबी ने कहा कि वाशिंगटन बिना यह जाने कि किसने यह हिंसा की है, हिंसा की इस कार्रवाई की निन्दा करता है। सँयुक्त राष्ट्र संघ और नाटो सहित अन्तरराष्ट्रीय संगठनों और अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी अन्द्रेय कारलफ़ की हत्या की निन्दा की। तुर्की के विदेश मन्त्रालय ने इस घटना पर रूस के समक्ष अपना गहरा दुख और शोक प्रकट किया।
हैलाब (अलेप्पो) का बदला
हैलाब में बशर असद की जीत और आतंकवादियों से सीरियाई सेना द्वारा हैलाब छीने जाने के तुरन्त बाद तुर्की स्थित रूस के राजदूत पर यह हमला किया गया है। उल्लेखनीय है कि रूसी वायुसेना भी सीरिया की सरकारी सेना का समर्थन कर रही है। रूस के पश्चिमी एशिया और मध्य एशिया अध्ययन केन्द्र के प्रमुख सिम्योन बग्दसारफ़ ने कहा — हत्यारे ने बार-बार यह नारा लगाया कि हम हैलाब को नहीं भूलेंगे। इस तरह जैसे वह रूस पर यह आरोप लगा रहा था कि रूस ने सीरिया में आम नागरिकों की हत्या की है। और रूसी राजदूत की यह हत्या जैसे हैलाब में घटी घटनाओं का बदला लेने के लिए की गई है।
रूसी रेडियो ’कमेरसान्त एफ़एम’ पर बोलते हुए सिम्योन बग्दसारफ़ ने कहा —हैलाब पर कब्ज़ा करने वाले ज़्यादातर आतंकवादियों को तुर्की का समर्थन प्राप्त था। इसलिए उन इस्लामी आतंकवादी गिरोहों के सदस्यों के लिए हैलाब से तुर्की पहुँचना और तुर्की में बदला लेने की यह कार्रवाई करना बेहद आसान था।
रूसी-तुर्की रिश्तों को चोट पहुँचाने की कोशिश
अंकारा के मेयर मेलिख़ गाकचेक ने कहा कि रूस के राजदूत की हत्या करके तुर्की और रूस के बीच रिश्तों को बिगाड़ने की कोशिश की गई है। रूसी टीवी चैनल ’रस्सिया-1’ पर बोलते हुए रूस की संसद की अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध समिति के अध्यक्ष लिआनीद स्लूत्स्की ने भी ऐसा ही विचार प्रकट किया। उन्होंने कहा — मुझे तो लगता है कि रूस के राजदूत की हत्या करने जैसी यह भयानक कार्रवाई रूस और तुर्की के रिश्तों से सीधे-सीधे जुड़ी हुई है। लिआनीद स्लूत्स्की ने कहा — इस कार्रवाई को करने वाले लोग सीरिया में रूस की शान्ति स्थापित करने के अभियान को, रूस की इस भूमिका को बिगाड़कर पेश करना चाहते हैं। लेकिन वे अपनी कोशिश में कभी सफल नहीं होंगे।
अंकारा स्थित अन्तरराष्ट्रीय रणनीतिक अनुसन्धान संगठन के यूरेशियाई राजनीति के विशेषज्ञ क़रीम हास ने समाचारपत्र ’कमेरसान्त’ से कहा — रूसी-तुर्की रिश्ते अब दो तरह से विकसित हो सकते हैं। या तो रूस तुर्की पर यह आरोप लगाएगा कि तुर्की राजनयिकों को सुरक्षा उपलब्ध कराने में असफल है या फिर सीरिया में दो देशों के बीच आपसी सहयोग काफ़ी बढ़ जाएगा। करीम हास ने कहा — इस समय सबसे ज़रूरी बात तो यह देखना है कि रूस और तुर्की के नेताओं की इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया होती है। उनकी बात सुनकर ही यह पता लगेगा कि आगे स्थितियों का विकास कैसे होगा।