रूस के कारण ही ओपेक में तेल की निकासी घटाने पर सहमति हुई
रूसी व्यापारिक समाचारपत्र ’कमेरसान्त’ ने यह जानकारी दी है कि आने वाले छह महीने के लिए तेल की निकासी को सीमित करने के ’ओपेक’ के फ़ैसले के बाद अमरीकी डॉलर और यूरो के मुक़ाबले रूसी मुद्रा रूबल की क़ीमत दस प्रतिशत बढ़ गई है। यही नहीं, समाचार समिति ‘रॉयटर्स’ के अनुसार, ’उराल’ क़िस्म के रूसी तेल की क़ीमत में बाज़ार में 9 प्रतिशत का उछाल आया है। विगत 31 अक्तूबर के बाद से ’उराल’ तेल की क़ीमत पहली बार 47.51 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुँची है। रूस की मुद्रा और रूस के तेल की क़ीमतों में यह उछाल सिर्फ़ ’ओपेक’ के फ़ैसले की वजह से नहीं आया है... Читать дальше...